अधिनायक का संपूर्ण व्‍याख्‍या | Adhinayak Class 12th Hindi Solution Notes

इस पोस्‍ट में हम बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के पद्य भाग के पाठ दस ‘अधिनायक (Adhinayak Class 12th Hindi Solution Notes)’ को पढ़ेंगे।

10. अधिनायक
कवि- रघुवीर सहाय

लेखक-परिचय
जीवनकाल : 9 दिसंबर 1929-30 दिसंबर 1990
जन्मस्थान : लखनऊ, उत्तरप्रदेश
पिता- हरदेव सहाय (शिक्षक)
शिक्षा : एम. ए (अँग्रेजी), लखनऊ विश्वविद्यालय

विशेष अभिरुचि:- संगीत सुनना और फिल्म देखना
वृति:
पत्रकारिता (नवजीवन, नवभारत टाइम्स के लिए)

कृतियाँ:
कविता :- सीढ़ियों पर धूप में, दूसरा सप्तक, आत्महत्या के विरुद्ध, हंसो-हंसो जल्दी हंसो, लोग भूल गए हैं।

कहानियाँ:-
सीढ़ियों पर
धूप में ,रास्ता इधर से है, जो आदमी हम बना रहे है।
निबंध:-
सीढ़ियों पर धूप में, दिल्ली मेरा परदेस, लिखने का कारण, वे और नहीं होंगे जो मारे जाएंगे।

10. अधिनायक
राष्ट्रगीत में भला कौन वह
भारत-भाग्य विधाता है
फटा सुथन्ना पहने
जिसका गुन हरचरना गाता है

प्रस्‍तुत पंक्तियाँ रघुबीर सहाय द्वारा लिखित कविता से ली गई हैं जिसमें कवि कहते हैं कि राष्ट्रगीत में गुणगान करने वाला भाग्य विधाता कौन है उसे कोई नहीं जानता है। इस लोकतंत्र में भी लोगों को पता नहीं किसके गुणों की प्रशंसा की जाती है।

मखमल टमटम बल्लम तुरही
पगड़ी छत्र चँवर के साथ
तोप छुड़ाकर ढोल बजाकर
जय-जय कौन कराता है

प्रस्‍तुत पंक्तियाँ रघुवीर सहाय द्वारा लिखित कविता से ली गई हैं जिसमें कवि पूछते हैं कि मखमल के वस्त्र पहने हुए, टमटम पर सवार बल्लम, तुरही आदि राजसी प्रतीकों के साथ पगड़ी धारण किए हुए सिर के ऊपर छाता हाथ में लेकर लोग चंवर हिला रहे हैं। इस व्यवस्था के पीछे जो लोग ढोल-नगाड़े बजाकर अपनी जय-जयकार करवा रहे हैं और जो अपने स्वागत में तोपों की सलामी देते हैं, वह कौन है?

पूरब-पश्चिम से आते है
नंगे-बूचे नरकंकाल
सिंहासन पर बैठा, उनके
तमगे कौन लगाता है

प्रस्‍तुत पंक्तियाँ में कवि दर्शाते हैं कि राष्ट्रीय त्योहारों पर जनता गरीबी के कारण नंगे पाँव आती है और वे कंकाल की तरह दिखते हैं। गरीब किसानों की कमाई जन प्रतिनिधियों द्वारा हड़प ली जाती है और उनके अधिकारों को इनके द्वारा लूट लिया जाता है। कवि यह पूछते हैं कि यह तमगे लगाने वाले कौन हैं?

कौन-कौन है वह जन-गण-मन
अधिनायक वह महाबली
डरा हुआ मन बेमन जिसका
बाजा रोज बजाता है |

प्रस्‍तुत पंक्तियाँ रघुवीर सहाय द्वारा लिखित कविता से ली गई हैं जिसमें कवि बताते हैं कि इस लोकतंत्र में कौन है वह महाबली जो गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के मनों पर अपना अधिकार जमा रहा है। लोग चाहते न हों फिर भी उसकी सराहना अपने मन से कर रहे हैं। वह महाबली कौन हो सकता है।

Adhinayak Class 12th Hindi

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