इस पोस्ट में हम बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्दी के पाठ 2 ‘ प्रेम-अयनि श्री राधिका (Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes)’ के व्याख्या और सभी ऑब्जेक्टिव प्रश्नों के उत्तर को पढ़ेंगे।
2. प्रेम-अयनि श्री राधिका
करील के कुजंन ऊपर वारौं
लेखक- रसखान
लेखक परिचय
पूरा नाम- सैय्यद इब्राहिम खान
जन्म- 1548 ई0, एक पठान परिवार में दिल्ली में हुआ था।
मृत्यु- 1628 ई0
रसखान मूल रूप से मुसलमान थे, फिर भी इन्होंने जीवन भर कृष्णभक्ति का गान किया। कृष्ण के प्रति इनकी भक्ति देखकर गोस्वामी विट्ठलनाथ जी ने इन्हें अपना शिष्य बना लिया। बाल्यावस्था से ही यह प्रेमी स्वभाव के थे। बाद में यहीं प्रेम ईश्वरीय प्रेम में बदल गया। ऐसी मान्यता है कि इन्हें श्रीनाथ जी के मंदिर में साक्षात् कृष्ण के दर्शन हुए थे। इसी कृष्ण दर्शन से उत्प्रेरित हो कर ब्रजभूमि में रहने लगे और मृत्यु तक वहीं रहे।
प्रमुख रचनाएँ- सुजान रसखान तथा प्रेमवाटिका
Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes
पाठ परिचय
इस पाठ में दो पद संकलित हैं जिन्हें रसखान ने रचा है। पहला पद दोहे और सोरठा छंद में है जिसमें राधा और कृष्ण के प्रेममय युगल रूप का वर्णन है। इस पद में कवि के हृदय में राधा-कृष्ण के मनोहर रूप का आकर्षण व्यक्त हुआ है। दूसरे पद में कवि ब्रज में हर स्थिति में जीना चाहता है जिसमें उनका भावपूर्ण समर्पण ब्रज के प्रति व्यक्त हुआ है।
प्रथम पद
प्रेम-अयनि श्री राधिका, प्रेम-बरन नँदनंद।
प्रेम-बाटिका के दोऊ, माली-मालिन-द्वन्द्व।।
मोहन छबि रसखानि लखि अब दृग अपने नाहिं।
अँचे आवत धनुस से छूटे सर से जाहिं।।
अर्थ- रसखान कवि दोहों के माध्यम से बताते हैं कि राधा प्रेम स्वरूप है जबकि श्रीकृष्ण प्रेम रूप है। ये दोनों प्रेम रूपी वाटिका के माली-मालिन के समान हैं। कवि ने जब से इन दोनों को देखा है, उनकी आँखें उन्हीं दोनों को देखती रहती हैं। वे कुछ क्षणों के लिए आते हैं और जैसे धनुष से बाण छूटता है, उसी प्रकार आते-जाते रहते हैं।
मो मन मानिक लै गयो चितै चोर नँदनंद।
अब बे मन मैं का करूँ परी फेर के फंद।।
प्रीतम नन्दकिशोर, जा दिन तै नैननि लग्यौ।
मन पावन चितचोर, पलक ओट नहिं करि सकौं।
अर्थ- श्रीकृष्ण ने उनके मन को चुरा लिया है जिससे उनके मन में इच्छाएँ नहीं रही हैं। वे इस प्रेम के जाल में फंस गए हैं। रसखान विवश होते हुए कहते हैं कि जब से वे उनसे मिले हैं, उनके मन को चुरा लिया है। हर क्षण, वे कृष्ण और राधा के सौन्दर्य को अपलक देखते रहते हैं।
द्वितीय छंद
या लकुटी अरु कामरिया पर राज तिहूँ पुर की तजि डारौं।
आठहुँ सिद्धि नवोनिधि को सुख नन्द की गाइ चराई बिसारौं।।
अर्थ- कवि रसखान अपनी उत्कट इच्छा से कहते हैं कि मैं श्रीकृष्ण की लाठी और कंबल पर तीनों लोकों के राज्य का त्याग कर दूं। अगर नंद बाबा की गाय चराने का अवसर मिलता है तो मुझे नव-निधियों और आठ तरह की सिद्धियों के सुख का त्याग करने में कष्ट नहीं होगा।
रसखानी कबौं इन आँखिन सौं ब्रज के बनबाग तड़ाग निहारौं।
कोटिक रौ कलधौत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौं।।
अर्थ- कवि का कहना है कि जब से मैंने ब्रज के वन, निकुंज, तालाब और करील के घने झाड़ियों को अपनी आँखों से देखा है, तब से मेरी इच्छा होती है कि इतनी सुन्दरता के सामने करोड़ों सुनहरे महल अधूरे और नीचे दिखाई देते हैं। अर्थात् कृष्ण रासलीला करते थे उसी जगह पर मैं रहना चाहता हूँ, उन मूल्यवान महलों को छोड़कर।
Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes
प्रेम-अयनि श्री राधिका लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)—दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कवि ने स्वयं को बेमन का क्यों कहा है? (2018C)
उत्तर- कवि रसखान का मन मोहन की छवि में डूबा हुआ है। नंद के चेहरे ने उनके मन को पूरी तरह से अपने वश में कर लिया है, इसलिए अब कवि का मन बिना खोये हुए है।
प्रश्न 2. कृष्ण को चोर क्यों कहा गया है? (पाठ्य पुस्तक, 2018A)
उत्तर- कवि कृष्ण और राधा के प्रेम में मनमुग्ध हो गये हैं। उनकी मनमोहक छवि को देखकर मन पूर्णतः उस युगल में रम जाता है। इसलिए इन्हें लगता है इस देह से मनरूपी मणि को कृष्ण ने चुरा लिया है।
प्रश्न 3.कवि ने माली-मालिन किन्हें और क्यों कहा है?
अथवा, रसखान ने माली-मलिन किन्हें और क्यों कहा है? (Text Book, 2012A, 2015A, 2015C,2014C)
उत्तर- कवि ने माली-मालिन कृष्ण और राधा को कहा है। क्योंकि, कवि राधा-कृष्ण के प्रेममय युगल को प्रेम-भरे नेत्र से देखा है। यहाँ प्रेम को वाटिका मानते हैं और उस प्रेम-वाटिका के माली-मालिन कृष्ण-राधा को मानते हैं।
प्रश्न 4. रसखान रचित सवैये का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें। (पाठ्य पुस्तक, 2012A,2014C)
उत्तर- रसखान रचित सवैये में ब्रजभूमि के प्रति उनका हार्दिक प्रेम प्रकट होता है। सवैये में उन्होंने कहा है कि ब्रजभूमि की एक-एक वस्तु, स्थान, सरोवर, कँटीली झाड़ियाँ सुखदायक हैं क्योंकि यहाँ ब्रह्म के अवतार श्रीकृष्ण अवतरित हुए।
प्रश्न 5. रसखान के द्वितीय दोहे का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट करें? (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- प्रस्तुत दोहे में सवैये छन्द में भाव के अनुसार भाषा का प्रयोग अत्यन्त मार्मिक है। सम्पूर्ण छन्द में ब्रजभाषा की सरलता, सहजता और मोहकता देखी जा सकती है। कहीं-कहीं तद्भव और तत्सम के सामासिक रूप भी मिल रहे हैं।
प्रेम-अयनि श्री राधिका Objective Questions
प्रश्न 1. रसखान के रचनाकाल के समय किसका राज्यकाल था ?
(क) अकबर
(ख) हूमायूँ
(ग) जहाँगीर
(घ) औरंजेब
उत्तर- (ग) जहाँगीर
प्रश्न 2. किसने कहा था- मुसलमान हरिजनन पै कोटी हिन्दू वारिये ?
(क) निराला
(ख) भारतेन्दु हरिशचंद्र
(ग) रामविलास शर्मा
(घ) रामचंद्र शुक्ल
उत्तर- (ख) भारतेन्दु हरिशचंद्र
प्रश्न 3. रसखन को पुष्टि मार्ग की किसने शिक्षा दी ?
(क) वल्लभाचार्य
(ख) गोकुलनाथ
(ग) गोस्वामी विट्ठलनाथ
(घ) गोरखनाथ
उत्तर- (ग) गोस्वामी विट्ठलनाथ
प्रश्न 4. रसखान दिल्ली के बाद कहाँ चले गए ?
(क) बनारस
(ख) ब्रजभूमि
(ग) महरौली
(घ) हस्थिनापुर
उत्तर- (ख) ब्रजभूमि
प्रश्न 5. डॉ. विजयेन्द्र के अनुसार रसखान की मृत्यु कब हुई?
(a) 1616 ई. में
(b) 1618 ई. में
(c) 1620 ई० में
(d) 1622 ई. में पर
उत्तर- (b) 1618 ई. में
प्रश्न 6. ‘रसखान‘ का जन्म कब हुआ?
(a) 1531 ई. में
(b) 1533 ई. में
(c) 1535 ई० में
(d) 1537 ई. में
उत्तर- (b) 1533 ई. में
प्रश्न 7. ‘दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता‘ के आधार पर रसखान का जन्म कहाँ हुआ था ?
(a) पंजाब
(b) लाहौर
(c) उत्तर प्रदेश
(d) दिल्ली
उत्तर- (d) दिल्ली
Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes
प्रश्न 8. ‘प्रेम अयनि श्री राधिका‘ में कितने दोहे संकलित है?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
उत्तर- (c) चार
प्रश्न 9. ‘करील के कुंजन ऊपर वारौं‘ के अन्तर्गत कितने सवैया संकलितहैं?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर-(a) एक
प्रश्न 10. ‘दानलीला‘ मे कितने छन्द संकलित हैं?
(a) नो
(b) ग्यारह
(c) तेरह
(d) पन्द्रह
उत्तर- (b) ग्यारह
प्रश्न 11. राधा-कृष्ण‘ के संवाद को किस पद्य-प्रबंध में संकलित किया गया है?
(a) सुजान रसखान
(b) अष्टयाम
(c) दानलीला
(d) इनमें कोई नहीं
उत्तर-(c) दानलीला
Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes
प्रश्न 12. ‘मालिन-माली‘ किसे कहा गया है?
(a) राधा-कृष्ण
(b) सीता-राम
(c) पार्वती-शिव
(d) लक्ष्मी-विष्णु
उत्तर- (a) राधा-कृष्ण
प्रश्न13. इस पाठ में ‘चितचोर‘ (चोर) किसे कहा गया है? [19 (C)]
(a) राधा को
(b) कृष्ण को
(c) रसखान को
(d) सभी
उत्तर- (b) कृष्ण को
प्रश्न14. रसखान किस विषय में सिद्ध थे?
(a) सवैया-छन्द में
(b) धारा काव्य में
(c) मुक्तक में
(d) रीतिमुक्त काव्यधारा में
उत्तर-(a) सवैया-छन्द में
Prem ayani Shri Radhika 10th Solution Notes
प्रश्न 15. ‘सुजान रसखान‘ किनकी रचना है?
(a) सुजान की
(b) रसखान की
(c) मियाजान की
(d) नसीर की
उत्तर- (b) रसखान की
प्रश्न 16. सवैया एवं छंद के सिद्ध कवि थे:
(a) रसखान
(b) अनामिका
(c) प्रेमघन
(d) जीवनानंद दास
उत्तर-(a) रसखान
प्रश्न17. सम्प्रदायमुक्त कृष्णभक्त कवि कौन थे?
(a) रसखान
(b) सुमित्रानंदन पंत
(c) प्रेमघन
(d) वीरेन डंगवाल
उत्तर- (a) रसखान
प्रश्न 18. ‘रसखान‘ की कृति है :.
(a) प्रेम वाटिका
(b) दोहाकोश
(c) मृच्छकटिकम्
(d) पृथ्वीराज रासो
उत्तर- (a) प्रेम वाटिका
प्रश्न 19. आधुनिक काल के साहित्यकार हैं:
(a) रसखान
(b) रैदास
(c) विट्ठलनाथ
(d) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
उत्तर- (d) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
प्रश्न 20. ‘माली-मालिन‘ कौन-सा समास है ?
(a) द्विगु
(b) अव्ययीभाव
(c) तत्पुरुष
(d) द्वन्द्व
उत्तर- (d) द्वन्द्व
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