BSEB Class 10 Hindi Ch 2 विष के दाँत | Vish Ke Dant Class 10th Solution Notes

इस पोस्‍ट में हम बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ दो ‘विष के दाँत (Vish Ke Dant Class 10th Solution Notes)’
के व्‍याख्‍या और सभी ऑब्‍जेक्टिव प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Vish Ke Dant Class 10th

2. विष के दाँत
लेखक- नलिन विचोलन शर्मा

लेखक परिचय
जन्म- 18 फरवरी 1916 ई0 (पटना के बदरघाट)
निधन- 12 सितम्बर 1961 ई0
वे विख्यात विद्वान पं0 रामावतार शर्मा के ज्येष्ठ पुत्र थे। माता का नाम रत्नावती शर्मा था। उन्होनें स्कुल की पढ़ाई पटना कॉलेजिएट से पूरी की तथा संस्कृत और हिन्दी में एम0 ए0 पटना विश्वविद्यालय से किया।

प्रमुख रचनाएँ- दृष्टिकोण, साहित्य का इतिहास दर्शन, मानदंड, साहित्य तत्व और आलोचना, विष के दाँत तथा संत परम्परा और साहित्य आदि ।

पाठ परिचय 

प्रस्तुत कहानी ‘विष के दाँत’ में मध्यमवर्गीय अन्तर्विरोधों को उजागर किया गया है। आर्थिक कारणों से मध्यवर्ग के भीतर ही एक ओर सेन साहब जैसे महत्वाकांक्षी तथा सफेदपोशी अपने भीतर लिंग-भेद जैसे कुसंस्कार छिपाए हुए हैं तो दूसरी ओर गिरधर जैसे नौकरीपेशा निम्न मध्यवर्गीय है जो अनेक तरह के थोपी गई बंदिशों के बीच भी अपने अस्तित्व को बहादुरी एवं साहस के साथ बचाए रखने के लिए संघर्षरत है।

यह कहानी समाजिक भेदभाव, लिंग-भेद, आक्रामक स्वार्थ की छाया में पलते हुए प्यार दुलार के कुपरिणामों को उभरती हुई सामाजिक समानता एवं मानवाधिकार की महत्वपूर्ण नमूना पेश करती है।

पाठ का सारांश 

सेन साहब एक अमीर आदमी थे। उनकी पाँच लड़कियाँ थी, एक लड़का था। लड़कियाँ क्या थी कठपुतलियाँ । वे किसी चीझ को तोड़ती-फोड़ती न थी। दौड़ती और खेलती भी थी, तो केवल शाम के वक्त । सेन साहब नयी मोटरकार ली थी- स्ट्रीमलैण्ड। काली चमकती हुई, खुबसूरत गाड़ी थी। सेन साहब को उस पर नाज था। एक धब्बा भी न लगने पाये- क्लिनर (सफाई वाला) और शोफर (ड्राइवर) को सेन साहब की सख्त ताकीद थी। चूँकि खोखा सबसे छोटा और सेन साहब के नाउम्मीद बुढ़ापे की आँखों का तारा था इसलिए मोटर को कोई खतरा था तो खोखा से ही।

एक दिन की बात है कि सेन साहब का शोफर एक औरत से उलझ पड़ा बात यह थी कि उसका पाँच-छः साल का बच्चा मदन गाड़ी को छुकर गंदा कर रहा था और शोफर ने जब मना किया तो वह उल्टे शोफर से ही उलझ पड़ी ।

वह मामला अभी सिमटा ही था कि इस बीच खोखे ने मोटर की पिछली बती का लाल शीशा चकनाचुर कर दिया । लकिन सेन साहब ने इसका बुरा नहीं माना और अपने मित्रों से कहा- ‘देखा, आपलोगों ने ? बड़ा शरारती हो गया है काशु । मोटर के पिछे हरदम पड़ा रहता है।‘ काशु ने मिस्टर सिंह साहब के अगले तथा पिछले पहीयां के हवा निकाल दी थी। जब मिस्टर सिंह विदा हो गये तो सेन साहब ने मदन के पिता गिरधर लाल को जो उनके फैक्ट्री में किरानी था को बुलाया । उसे सेन साहब ने खुब खरी-खोटी सुनाई और कहा कि बच्चों को सम्भाल कर रखो। उस रात गिरधारी लाल ने अपने बेटे मदन की खुब पिटाई की।

दूसरे दिन शाम को मदन, कुछ लड़कों के साथ लट्टू नचा रहा था। खोखा ने भी लट्टू नचाने के लिए, माँगा लेकिन मदन ने उसे फटकार दिया- ‘अबे, भाग जा यहाँ से ! बड़ा आया है लट्टू नचाने, जा अपने बाबा की मोटर पर बैठ ।’

काशु को गुस्सा आ गया, वह इसी उम्र में अपनी बहनों पर, नौकरों पर हाथ चला देता था और क्या मजाल उसे कोई कुछ कह दे। उसने न आव देखा न ताव, मदन को एक घुस्सा कस दिया। मदन ने काशु पर टूट पड़ा। उसकी मरम्मत जमकर कर दी। काशु रोता हुआ घर चला गया। लेकिन मदन घर नहीं लौटा। आठ-नौ बजे रात को मदन इधर-उधर घूमते हुए गली के दरवाजे से घर में घुसा । डर तो यही है कि आज अन्य दिनों की अपेक्षा मार अधिक लगेगी। रसोई घर में घुसा । भरपेट खाना खाया । फिर बगल वाले कमरे के दरवाजे पर जाकर अन्दर की बात सुनने लगा ।

और मदन की ओर बढ़ा, उसके चेहरे से नाराजगी के बादल छँट गए। उसने मदन को अपनी गोद में उठाकर बेपरवाही, उल्लास और गर्व के साथ बोल उठा, जो किसी के लिए भी नौकरी से निकाले जाने पर ही मुमकिन हो सकता है, शाबाश बेटा ! एक तेरा बाप है, और तु ने तो, खोखा के दो-दो दाँत तोड़ डाले । लेखक के कहने का तात्पर्य है कि कोई व्यक्ति स्वार्थवश ही किसी का अपमान सहन करता है, स्वार्थरहित ईंट का जवाब पत्थर से देता है। इसी मजबुरी के कारण गिरधर अपने पुत्र को निर्दोष होते हुए भी पीटता था, क्योंकि विष के दाँत लगे हुए थे, इसे टूटते ही दुत्कार प्यार में बदल जाता है।

Subjective Questions

प्रश्न 1. सेन साहब के परिवार में बच्चों के पालन-पोषण में किए जा रहे लिंग-आधारित भेद भाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
(पाठ्य पुस्तक) (2012C)
उत्तर- सेन साहब अमीर आदमी थे। उनकी पाँच लड़कियाँ थीं एवं एक लड़का था। उस परिवार में लड़कियों के लिए घर में अलग नियम तथा शिक्षा थी। लेकिन लड़का के लिए अलग नियम एवं अलग शिक्षा। लड़का को पूरी स्वतंत्रता थी, लेकिन लड़कीयों को नहीं। लड़कियों के खेलने और बाहर निकलने का भी समय तय कर दिया गया था। वह एक दम कठपुतली के जैसी थी। जबकि उस परिवार में लड़का को पूरी आजादी थी।

प्रश्न 2. सेन साहब काशु को विद्यालय पढ़ने के लिए क्यों नहीं भेजते हैं? (2018C)
उत्तर- सेन साहब काशु को बिजनेसमैन और इंजीनियर बनाना चाहते हैं। इसके लिए वे आजकल की पढ़ाई-लिखाई को बेकार समझते हैं और अपने घर पर ही बढ़ई मिस्त्री के साथ कुछ ठोक-पीट करने का इन्तजाम कर दिया है ।

प्रश्न 3. विष के दाँत शीर्षक कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए । (2014A,2017C)
उत्तर- ’विष के दाँत’ कहानी में मदन ऐसा पात्र है जो अहंकारी के अहंकार को नहीं सहन करता है बल्कि उसका स्वाभिमान जाग्रत होता है और वह खोखा जैसे बालक को ठोकर देकर वर्षों से दबे अपने पिता की आँखें भी खोल देता है। सम्पूर्ण कहानी में मदन की क्रांतिकारी भूमिका है। अतः इसका नायक मदन है।

Vish Ke Dant Class 10th

प्रश्न 4. काशू का चरित-चित्रण करें।
उत्तर- काशू समृद्ध पिता का लड़का है। माता-पिता और बहनों का अत्यधिक प्रेम पाकर उसके स्वभाव में एक प्रकार का जिद भरा हुआ है। वह जिद्दी स्वभाव का है, उसके मन में जो आता है, वही करता है। उसमें अहंकार भी है।

प्रश्न 5. आपकी दृष्टि में कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दें। (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- हमारी दृष्टि में ‘विष के दांत’ शीर्षक कहानी का नायक मदन है। इसमें मदन का ही चरित्र है जो सबसे अधिक प्रभावशाली है। पूरी कथा में इसी के चरित्र का महत्त्व है। खोखे के विष के दाँत तोड़ने की महत्त्वपूर्ण घटना का भी वही संचालक है। वह काशु के अत्‍याचार को सहन नहीं करता है। वह निर्भीक और निडर रहता है।

प्रश्न 7. खोखा किन मामलों में अपवाद था? (2011A,2014C)
उत्तर- सेन साहब एक अमीर आदमी थे। खोखा उनके बुढ़ापे की आँखों का तारा था। इसीलिए सेन साहब ने उसे काफी छुट दे रखी थी। पाँच बहनों में एक खोखा था। घर में बहनों के लिए विभिन्‍न प्रकार के नियम थे। लेकिन खोखा के लिए कोई नियम नहीं था। इसलिए खोखा अपवाद था।

प्रश्न 8. मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है? (2016A)
उत्तर- मदन और ड्राइवर के बीच विवाद के द्वारा कहानीकार बताना चाहते हैं कि अपने पर किये गये अत्याचार का विरोध करना पाप नहीं है। सेन साहब की नयी चमकती काली गाड़ी को मदन द्वारा केवल छूने पर ड्राइवर द्वारा घसीटा जाता है। यह गरीब बालक पर अत्याचार है। मदन द्वारा उसका मुकाबला करना अत्याचारियों पर विजय प्राप्त करने का प्रयास है

प्रश्न 9. ’विष के दाँत’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। (2016A)
उत्तर- ’विष के दाँत’ शीर्षक महल और झोपड़ी की लडाई की कहानी है ।। मदन द्वारा पिटे जाने पर खोखा के जो दाँत टूट जाते हैं वह गरीबों पर उनके अत्याचार के विरुद्ध एक चेतावनी है। यही इस कहानी का लक्ष्य है। अतः निसंदेह कहा जा सकता है कि ’विष के दाँत’ इस दृष्टि से बड़ा ही सार्थक शीर्षक है।

विष के दाँत Objectives Questions

प्रश्न 1. ऐसे ही लड़के आगे चलकर गुण्‍डे, चोर, डाकू बनते हैं यह पंक्ति कहानी के किस पात्र ने कही है ?
(क) सेनसाहब की धर्मपत्‍नी
(ख) गिरधर

(ग) सेन साहब
(घ) शोफर

उत्तर- (घ) शोफर

प्रश्न 2
. विष के दॉत र्शीषक कहा‍नी के कहानीकार कौन हैं ?

(क) मोहन राकेश
(ख) कम्‍लेश्‍वर

(ग) प्रेमचंद्र
(घ) नलिन विलोचन शर्मा

उत्तर- (घ) नलिन विलोचन शर्मा

प्रश्न 3. सेन साहब अपने पुत्र (खोखा) को बनाना चाहते थे ?
(क) बिजनेसमैन या इंजिनियर
(ख) वकिल

(ग) प्रोफेसर
(घ) डॉक्‍टर

उत्तर- (क) बिजनेसमैन या इंजिनियर

प्रश्न 4. विष के दाँत पाठ की विधा हैं ?
(क) निबंध
(ख) गिरधर

(ग) कविता
(घ) कहानी


उत्तर- (घ) कहानी

प्रश्न 5. सेन साहब की कार की किमत हैं ?
(क) साढे सात हजार
(ख) साढे आठ हजार

(ग) साढे नौ हजार
(घ) साढे सात लाख

उत्तर- (क) साढे सात हजार

Vish Ke Dant Class 10th

प्रश्न 6. नलीन विलोचन शर्मा का जन्‍म कब हुआ ?
(क) 14 जनवरी, 1915
(ख) 18 फरवरी, 1916

(ग) 22 मार्च, 1917
(घ) 14 अप्रैल 1918

उत्तर- (ख) 18 फरवरी, 1916

प्रश्न 7. मोटरकार को किससे खतरा हो सकता था ?
(क) काशू से
(ख) मदन से

(ग) खोखा से
(घ) इंजिनियर से

उत्तर- (ग) खोखा से

प्रश्न 8. सेन साहब की ऑखो का तारा है ?
(क) कार
(ख) खोखा

(ग) खोखी
(घ) उपयुक्‍त सभी

उत्तर- (ख) खोखा

प्रश्न 9. खोखा के दाँत किसने तोड़े?
(क)मदन
(ख) मदन के दोस्‍त

(ग)सेन साहब
(घ) गिरधर

उत्तर- (क) मदन

प्रश्न 10. महल और झोपड़ी वालों की लड़ाई में अक्‍सर महल वाले ही जीतते हैं पर उसी हाल में जब दूसरे झोपड़ी वाले उनकी मदद अपने ही खिलाफ करते हैं किस पाठ की पंक्ति है?
(क) बहादुर
(ख) शिक्षा और संस्‍कृति

(ग) मछली
(घ) विष के दाँत

उत्तर- (घ) विष के दाँत

प्रश्न 11. सीमा, रजनी, आलो, सेफाली, आरती – पाँचों किसकी बहनें थी?
(क) मदन की
(ख) खोखा की

(ग) लेखक की
(घ) सेन साहब की

उत्तर- (ख) खोखा की

प्रश्न 12. मैं तो खोखा को इंजीनियर बनाने जा रहा हुँ यह कथन किसका है?
(क) सेन साहब
(ख) मिस्‍टर सिंह

(ग) गिरधर ला
(घ) मुखर्जि साहब

उत्तर- (क) सेन साहब

प्रश्न 13.मदन के लिए क्‍या खाना मामुली बात थी?
(क) दुतकार
(ख) मार

(ग) प्‍यार
(घ) फटकार

उत्तर- (ख) मार

Vish Ke Dant Class 10th

Read More – click here
YouTube Video – click here

Leave a Comment